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September 15, 2021

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान (Gangotri National Park, Uttarkashi)

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान

(Gangotri National Park, Uttarkashi)

Gangotri National Park, Uttarkashi

गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान भारत के उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हिमालय परिदृश्य मैं स्थित जंगल सबसे प्राचीन हिस्सों में से एक है, जो की देश को एक आश्चर्यजनक खा़का प्रदान करता है, रसीला शंकुधारी जंगलों, घास के मैदान और ग्लेशियरों के साथ उच्च पहाड़ियां, गहरी घाटियों और तेज़ चट्टानों, चट्टानी ग्लेशियरों और संकीर्ण घाटियों का क्षेत्र इसकी विशेषता है। पार्क मैं स्थित गंगा नदी का उद्गम स्थान गौमुख सबसे लोकप्रिय है, १९८९ में स्थापित यह उच्च ऊंचाई वाला वन्यजीव अभयारण्य वन्य जीवों की रक्षा करता है इसमें प्रमुख रूप से भरल या नीली भेड़, काला भालू, भूरा भालू, हिमालयन मोनाल, हिमालयन स्नोकॉक, हिमालयन थार, कस्तूरी मृग और हिम तेंदुआ जैसी विभिन्न लुप्तप्राय प्रजातियां पाई जाती हैं। यह पक्षी प्रेमियों के लिए एक अति उत्तम स्थान भी है। 1,553 वर्ग किलोमीटर में फैला और समुन्द्र तल से 7,083 मीटर की ऊंचाई तक है।उत्तराकाशी जिले में भागीरथी नदी के उद्गम क्षेत्र में स्थित यह पार्क गोविंद राष्ट्रीय उद्यान और केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य के बीच एक निरंतरता बनाता है ।
गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान भारत के उत्तराखंड राज्य में उत्तरकाशी जिले में भागीरथी नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में स्थित है। उद्यान की पूर्वोत्तर सीमा तिब्बत के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी हुयी है। इसका कुल क्षेत्रफल १५५३ वर्ग कि॰मी॰ है और समुद्र सतह से औसतन ऊँचाई ७०८३ मी. है। बर्फ से ढकी पहाड़ और हिमनद इस उद्यान के विस्तृत भाग में फैले हुये हैं। गंगा नदी का उद्गम स्थान गोमुख भी इसी उद्यान के अंदर ही स्थित है। गंगोत्री हिमनद, जिसपर उद्यान का नाम दिया गया है, हिंदुओं के पवित्र स्थलों में से एक है। उद्यान क्षेत्र गोविंद राष्ट्रीय उद्यान और केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य के बीच पारस्परिक निरंतरता के रूप में है। ऊँची पर्वतश्रंखलाएँ, गहरे दर्रे और ढलवा चट्टानें, चट्टानी नुकीले हिमनद और संकरी घाटियों इस क्षेत्र की विशेषताएँ हैं। ऊँचाई में भारी विभिन्नता के कारण (समुद्र सतह से १८०० मी. से लेकर ७०८३ मी. तक) यहाँ उपोष्णकटिबंधीय परिवेष से लेकर अल्पाइन चारागाह तक देखने को मिलते हैं। यह उद्यान पशुओं की १५ प्रजातियों और पक्षियों की १५० प्रजातियों का घर है। पर्यटकों को यहाँ हिम तेंदुए, भूरे भालू, कस्तूरी मृग, ताहर, बाघ तथा हिमालय क्षेत्र में पाये जाने वाले कई पक्षी भी दिख सकते हैं।

गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क जाने का सबसे सही समय है| अप्रैल से मई तक और मानसून के महीने मे सितंबर से अक्टूबर तक, राष्ट्रीय पार्क घूमने का सबसे सही समय है। गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क में काफी मात्रा में पर्यटकों का तांता लगा रहता है।


कैसे पहुंचे (How to Reach Gangotri National Park)- 
हवाई मार्ग से - सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है जॉली ग्रांट एयरपोर्ट जो की ऋषिकेश से २६ किमी दुरी पर स्थित है, ऋषिकेश से आसानी से सड़क मार्ग से आप यहाँ पहुंच सकते है। 

रेल मार्ग से - सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश या देहरादून मैं है जो की यहाँ से लगभग २५० किमी दुरी पर स्थित है, 

सड़क मार्ग से - गंगोत्री उत्तराखंड राज्य के सभी प्रमुख मार्गों से सड़क द्वारा जुड़ा है आप यहाँ आसानी से सड़क मार्ग द्वारा पहुंच सकते है। 


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