Champawat, Uttarakhand
(जिला : चम्पावत, उत्तराखंड)
मण्डल - कुमाऊँ
जनसंख्या - 224,542 (2001 तक )
घनत्व - 126 /किमी2 (330 /वर्ग मील)
क्षेत्रफल - 1,781 km² (688 sq mi)
OFFICIAL WEBSITE: champawat.nic.in
चम्पावत भारतीय राज्य उत्तरांचल का एक जिला है। इसका मुख्यालय चंपावत में है।उत्तराखंड का ऐतिहासिक चंपावत जिला अपने आकर्षक मंदिरों और खूबसूरत वास्तुशिल्प के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। पहाड़ों और मैदानों के बीच से होकर बहती नदियां अद्भुत छटा बिखेरती हैं। चंपावत में पर्यटकों को वह सब कुछ मिलता है जो वह एक पर्वतीय स्थान से चाहते हैं। वन्यजीवों से लेकर हरे-भरे मैदानों तक और ट्रैकिंग की सुविधा, सभी कुछ यहां पर है।
![Champawat Champawat](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhNRPXzwK_DZTOTFZtyS3iX_ufUd3wMdfNq8CnbsJEjFzHSV3Baj7BTesiVyEvdXEUkZRdkZRtcccxzV-j9JkCUX9tM3_D7IV1NtBZ8n5dk2mrXrH3t6EFpAjOwQ_XV8tmLpQQq5I1-3Sw/w320-h212/images.jpg)
मुख्य आकर्षण
बालेश्रवर मंदिर
![Champawat Champawat](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhn4huYMR2W8rPzt1UCwzrHZGN5I7RnQ0UCisHsbrMnX9KM0tt8CbKbV2oNH8nyvqMeLAozbxiMtoY8I_tid8RAY9SjaeyuBHyr5fG6iEFLPZTgui66QirzAlgrfmyl0FXXM3VNMS5UUow/w320-h240/jageshwarTempleAlmora.jpg)
शानि देवता मंदिर
यह मंदिर चंपावत जिले के मौराड़ी गॉव मेँ स्थित है, जो कि चंपावत से आगे बनलेख के समीप मेँ ही है। यह मनोकामना मंदिर है, इस मंदिर मेँ आकर भक्तजन अपनी मनोकामना वक्त करते हैँ और उनकी मनोकामना अवश्य पुर्ण होती है। यह मंदिर अति रमणीय है तथा इस मंदिर का परिसर अति सुन्दर है। आप भी आकर पुण्य कमायेँ। यहॉ के पुजारी श्री घनश्याम जोशी जी सदा देव पर्वोँ मेँ यहॉ आकर भक्तोँ का मनोबल बढ़ाते हैँ॥
नागनाथ मंदिर
इस मंदिर में की गई वास्तुकला काफी खूबसूरत है। यह कुंमाऊं के पुराने मंदिरों में से एक है।
मीठा-रीठा साहिब
पूर्णनागिरी मंदिर
यह पवित्र मंदिर पूर्णनागिरी पर्वत पर स्थित है। यह मंदिर तंकपुर से 20 किलोमीटर तथा चम्पावत से 92 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पूरे देश से काफी संख्या में भक्तगण इस मंदिर में आते हैं। इस मंदिर में सबसे अधिक भीड़ चैत्र नवरात्रों (मार्च-अर्प्रैल) में होती है। यहां से काली नदी भी प्रवाहित होती है जिसे शारदा के नाम से जाना जाता है।
श्यामलातल
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पंचेश्रवर
यह स्थान नेपाल सीमा के समीप स्थित है। इस जगह पर काली और सरयू नदियां आपस में मिलती है। पंचेश्रवर भगवान शिव के मंदिर के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है। काफी संख्या में भक्तगण यहां लगने वाले मेलों के दौरान आते हैं। और इन नदियों में डूबकी लगाते हैं।
देवीधुरा
यह जगह चम्पावत से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह खूबसूरत जगह वराही मंदिर के नाम से जानी जाती है। यहां बगवाल के अवसर पर दो समूह आपस में एक दूसरे पर पत्थर फेकते हैं। यह अनोखी परम्परा रक्षा बन्धन के अवसर की जाती है।
लोहाघाट
यह ऐतिहासिक शहर चम्पावत से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान लोहावती नदी के तट पर स्थित है। यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह स्थान गर्मियों के दौरान यहां लगने वाले बुरास के फूलों के लिए भी प्रसिद्ध है।
अब्बोट माउंट
अब्बोट माउंट बहुत ही खूबसूरत जगह है। इस स्थान पर ब्रिटिश काल के कई बंगले मौजूद है। यह खूबसूरत जगह लोहाघाट से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा यह जगह 2001 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
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