नवीनतम अद्यतन

October 17, 2021

Ranikhet - Beautiful Hill Station (रानीखेत (अल्मोड़ा, उत्तराखंड)

रानीखेत, अल्मोड़ा, उत्तराखंड (Ranikhet - Beautiful Hill Station)



उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले मैं समुद्र तल से १८२९ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है रानीखेत एक आकर्षक हिल स्टेशन, प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शांत और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्थलों मैं से एक है। रानीखेत, जिसका शाब्दिक अर्थ है - क्वींस लैंड, प्राकृतिक सुंदरता के प्रशंसकों के लिए एक ऐसा पर्यटन स्थल जो हर मौसम मैं गुलजार रहता है। चीड़ के पेड़ों के मनमोहक और प्राकृतिक सौंदर्य दृश्य, हरे भरे जंगल और आकर्षक वन्य जीवन, सुगंधित पहाड़ी ताजा और शुद्ध हवा, पक्षियों का चहकना, हिमालय की चोटियों के मनोरम दृश्य, सब कुछ है इस सुन्दर पर्यटन स्थल मैं जो इसे आदर्श पर्यटन स्थल बनता है। रानीखेत के छावनी शहर है १८६९ मैं अंग्रेजों द्वारा यहाँ पर कुमाऊं रेजिमेंट का मुख्यालय स्थापित किया गया था, वर्तमान मैं रानीखेत छावनी में भारतीय सेना की कुमाऊँ रेजिमेंट और नागा रेजिमेंट के रेजिमेंटल सेंटर स्थित हैं। रानीखेत का मुख्य शहर काफी भीड़भाड़ वाला स्थान बन गया है परन्तु छावनी एरिया मैं अभी भी बहुत शांत और स्वच्छ वातावरण है।

रानीखेत नाम के पीछे क्षेत्र मैं एक कहानी है की कत्यूरी वंश के राजा सुखारदेव की पत्नी रानी पद्मिनी ने यहाँ का दौरा किया और इसकी सुंदरता देखकर वह मोहित हो गयी और यहाँ पर अपने लिए निवास बनाने के लिए राजा को कहा, राजा ने रानी की इच्छा को पूरा किया और यहाँ पर निवास बनाया, इस लिए इसे रानीखेत नाम दिया गया जिसका मतलब था की रानी के खेत, हालाँकि इसका कोई प्रमाण क्षेत्र मैं देखने को नहीं मिलता है. 

रानीखेत के प्रमुख पर्यटन स्थल (Place to Visit in Ranikhet, Uttarakhand) - 

चौबटिया गार्डन (Choubadiya Garden, Ranikhet, Almora) -

चौबटिया गार्डन उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में रानीखेत से लगभग 10 किमी दक्षिण में स्थित है। चौबटिया नाम का शाब्दिक अर्थ है ४ रास्ते। ६०० एकड़ से अधिक की भूमि मैं फैला यह गार्डन आड़ू, सेव, खुबानी आदि जैसे रसदार फलों से लदे बगीचों के लिए प्रसिद्ध है, हिमालय की सुन्दर पहाड़ियों नीलकंठ, नंदा देवी, त्रिशूल, नंदघुन्टी का सुन्दर मनोरम दृश्य प्रकृति प्रेमियों के बीच इस स्थान को और भी खास बना देते है। 

गोल्फ कोर्स (Ranikhet Golf Course, Ranikhet, Almora) - 

एशिया के सबसे ऊंचे गोल्फ कोर्सों में से एक है प्रसिद्ध उपट गोल्फ कोर्स जिसे रानीखेत गोल्फ कोर्स भी कहा जाता है, रानीखेत से केवल 6 किमी दूर स्थित है। यह घिंगरी खाल के पास स्थित है और इसकी देखभाल कुमाऊं रेजीमेंट द्वारा की जाती है। उपट गोल्फ कोर्स एक नौ-होल गोल्फ कोर्स है, जो गोल्फ कोर्स पर फैली हुई अच्छी तरह से तैयार की गई हरी घास को प्रदर्शित करता है। यहाँ पर बाहरी लोग भी सदस्यता लेकर गोल्फ खेल सकते है। इस गोल्फ कोर्स के रास्ते में आपको हिमालय पर्वतमाला के शानदार नज़ारे देखने को मिलेंगे। इस गोल्फ कोर्स के पास की १ किमी की दुरी पर कलिका मंदिर स्थित है। 

झूला देवी मंदिर (Jhula Devi Temple, Ranikhet, Almora) - 

झूला देवी मंदिर 8वीं शताब्दी का एक प्राचीन मंदिर है जो चौबटिया के पास रानीखेत से 7 किमी की दूरी पर स्थित है। पहले कई जंगली जानवर जैसे तेंदुए और बाघ, जो ग्रामीणों पर हमला करते थे, जो की मंदिर के पास घने जंगल में रहते थे। परेशान होकर ग्रामीणों ने माँ दुर्गा की पूजा की, तब दुर्गा माँ ने किसी के सपने मैं आकर वहां पर खुदाई की सलाह दी और उसी स्थान पर माता का मंदिर स्थापित किया गया।  

कुमाऊँ रेजिमेंटल सेंटर (Kumaun Regimental Center, Ranikhet, Almora) - 

कुमाऊँ रेजिमेंटल सेंटर (केआरसी) कुमाऊँ तथा नागा रेजिमेंट द्वारा संचालित एक म्यूजियम है। यहाँ पर विभिन्न युद्धों में पकडे गए अस्त्र-सस्त्र और ध्वजों को प्रदर्शन के लिए रखे गया हैं जो भारतीय सेना के साहस और पराक्रम को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त म्यूजियम में ऑपरेशन पवन के समय मैं पकड़ी गयी एलटीटीई की एक नाव भी है। 

आशियाना पार्क (Ashiyana Park, Ranikhet, Almora) -

रानीखेत के केंद्र में स्थित, आशियाना पार्क जिसे 'देवदार उद्यान' के नाम से भी जाना जाता है, कुमाऊँ रेजिमेंट द्वारा निर्मित और विकसित इस पार्क का थीम पार्क जंगल थीम पर बनाया गया है। इस पार्क तक पहुंचने के लिए आपको प्रवेश शुल्क का भुगतान करना होगा। यह पार्क कुमाऊं क्षेत्र मैं आने वाले पार्कों मैं सबसे लोकप्रिय पार्कों मैं से एक है जो की अच्छी तरह से सुसज्जित लॉन, हर्बल उद्यान रंगीन फव्वारे, बच्चों के लिए आदर्श स्थान और एक पिकनिक स्पॉट के लिए प्रसिद्ध है,।  

भालू डैम (Bhalu Dam, Ranikhet, Almora) -

भालू बांध एक कृत्रिम झील (जलाशय) है जो चौबटिया से लगभग 3 किमी और रानीखेत से 11 किमी दूर स्थित संरक्षित वन क्षेत्र मैं स्थित है। जंग लड़ रहे सैनिकों की प्यास बुझाने के लिए इस बांध (झील) का निर्माण 1903 में तत्कालीन वायसराय ने करवाया था। चारों और से घने जंगलों के बीच यह झील प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है। यहाँ से हिमालय की पहाड़ियों के मनोरम दृश्य देखने लायक होते है । 

रानी झील और मनकामेश्वर मंदिर (Rani Jhil and Mankameshwar Temple, Ranikhet, Almora) -

रानी झील नर सिंह मैदान के समीप वीर नारी आवास के नीचे स्थित है। इस झील में नौकायन की सुविधा उपलब्ध है और साथ ही मैदान से सटा एक हिंदू मंदिर है मनकामेश्वर मंदिर। यह मंदिर 1978 में कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर द्वारा बनाया गया था और सेना छावनी क्षेत्र में रानी झील के पास स्थित है। इस मंदिर के मुख्य देवता मां कालिका, भगवान शिव और राधा-कृष्ण हैं। मंदिर के चारों ओर का अलौकिक प्राकृतिक सौंदर्य मनमोहक है। मनकामेश्वर मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है क्योंकि यह रानीखेत से केवल 1 किमी दूर है। 

कब पहुंचे (When to Visit Ranikhet) -  

वैसे तो रानीखेत मैं आप कभी भी आ सकते है, लेकिन रानीखेत का मौसम सर्दियों में बहुत ठंडा हो जाता है, सर्दी के मौसम मैं मुख्य रूप से दिसंबर, जनवरी और फरवरी के महीनों में रानीखेत में बर्फ भी पड़ती है । और गर्मियों में मध्यम रहता है। हालांकि बाकी महीनों में रानीखेत का मौसम सुखद रहता है। तो आपको अगर बर्फ देखनी हो तो आप सर्दियों मैं आ सकते है नहीं तो आप गर्मियों से निजात पाने के लिए यहाँ पहुंच सकते है, बरसात मैं पूर्व जानकारी के साथ ही आएं, क्यों अधिक बरसात से सड़क मार्ग बाधित मिल सकते है। 

कैसे पहुंचे (How to Reach Ranikhet, Almora, Uttarakhand) -

रानीखेत के सबसे नजदीकी एयरपोर्ट का नाम पंतनगर है, और रामनगर और काठगोदाम सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है, राष्ट्रीय राजमार्ग १०९ रानीखेत से होकर गुजरता है, और इसे रुद्रपुर, हल्द्वानी, नैनीताल, अल्मोड़ा, द्वाराहाट, चौखुटिया और कर्णप्रयाग नगरों से जोड़ता है, और आसानी से सड़क मार्ग द्वारा यहाँ पहुंच सकते है, परिवहन निगम देहरादून और दिल्ली से सीधी सार्वजानिक सेवा का परिचालन भी करती है जो की लिमिटेड है परन्तु आप अल्मोड़ा पहुंच कर भी रानीखेत आ सकते है, अल्मोड़ा से ५७ किमी दुरी पर स्थित है रानीखेत, टेक्सी सुविधा अल्मोड़ा मैं उपलब्ध रहती है।  


यह भी पढ़ें - Popular Tourist Place of Uttarakhand (उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल)

No comments:

Post a Comment