मैं जिला पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड का रहने वाला हूँ।।।।
(Famous Personailities of Uttarakhand)
कहाँ से हो भाई - उत्तराखंड से हूँ जी। अच्छा कौन सा जिला - पौड़ी गढ़वाल से हूँ जी। अच्छा भाई नमस्कार है आपको।।।।
उत्तराखंड, देवों और वीरों की भूमि है यानि की देवभूमि और वीरभूमि। भारत के उत्तर मैं एक ऐसा राज्य जहाँ से इंडियन आर्मी में सबसे ज्यादा सैनिक भी आते हैं. 1 नवंबर सन 2000 को यूपी से अलग होकर ये 27वां राज्य बना, तब नाम रखा गया उत्तरांचल. जिसका नाम अब उत्तराखंड है. इसी का एक जिला है, जहां से देश के कुछ बड़े लोग निकले हैं. मौजूदा वक़्त में इसी जिले के दो लोग अलग अलग राज्यों के सीएम हैं. यही नहीं देश की टॉप सुरक्षा एजेंसियों के हेड भी इसी जिले के ही रहने वाले हैं. ये जिला है उत्तराखंड का पौड़ी गढ़वाल.
आइये पड़ते है इनके बारे में -
1. योगी आदित्यनाथ (Yogi Aditya Nath)
यूपी के नए सीएम योगी का गाँव है पौड़ी गढ़वाल मैं. योगी यूपी के गोरखपुर मठ के महंत हैं. गोरखपुर सीट से 1998 से लगातार 5 बार सांसद रहे हैं. योगी भाजपा का हिंदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा हैं. ‘हिन्दू युवा वाहिनी’ के संस्थापक भी हैं. अक्सर अपने बयानों की वजह से विवादों में रहने वाले योगी का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. ये पौड़ी गढ़वाल के पंचुर गांव, यमकेश्वर ब्लॉक में पैदा हुए थे।
2. त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat)
उत्तराखंड में बड़े अंतर से जीतने के बाद 18 मार्च को स्टेट में भाजपा की सरकार बन गई. त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम बनाया गया. रावत 2002 में पहली बार डोईवाला सीट से विधायक बने. तब से वहां से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं. ये आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और अमित शाह के काफी करीबी बताये जाते हैं. 2007 से 2012 के दौरान कृषि मंत्री भी रहे हैं. कृषि मंत्री रहते हुए बीज घोटाले में इनका नाम आया, पर जांच में कुछ साबित नहीं हुआ. रावत पौड़ी गढ़वाल के खैरासेन गांव निकट सतपुली में पैदा हुए थे. इन्होंने उत्तराखंड की हेमवती नन्दन बहुगुणा यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
3. तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat)
सीरों, पट्टी असवालस्यूं, पौड़ी गढ़वाल मैं जन्में तीरथ सिंह रावत भारतीय जनता पार्टी से सम्बन्धित राजनीतिज्ञ है। 10 मार्च 2021 को इन्होने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की हालाँकि वह केवल 4 महीने ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे, वह फरवरी 2013 से दिसम्बर 2015 तक उत्तराखण्ड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे और चौबट्टाखाल से भूतपूर्व विधायक (2012-2017) है, तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं।
इनके इलावा भी चार और सीएम पौड़ी गढ़वाल डिस्ट्रिक्ट से रहे हैं. हेमावती नन्दन बहुगुणा, मेजर जनरल भुवन चंद खंडूरी, रमेश पोखरियाल निशंक और विजय बहुगुणा.
ये तो हुई मंत्रियों की बात. अब बात करते हैं सुरक्षा एजेंसियों के हेड की. इस वक्त भारत के NSA (नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर), रॉ चीफ और आर्मी चीफ, इस डिस्ट्रिक्ट से आते हैं।
4. अजित डोभाल (Ajit Dobhal)
भारत के जेम्स बॉन्ड कहे जाने वाले अजीत डोभाल देश के NSA (नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर) हैं. ये 1968 बैच के आइपीएस ऑफिसर हैं. मई 2014 में इन्हें NSA बनाया गया था. डोभाल अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीबी समझे जाते थे. वाजपेयी सरकार में आईबी के निदेशक भी रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के भी काफी करीबी हैं. कंधार हाईजैक हो या पाकिस्तान में दाऊद का पीछा करना, ऐसे न जाने कितने ऑपरेशन को इन्होने अंजाम दिया है. ये पौड़ी गढ़वाल के घीड़ी बानेलस्यूं में पैदा हुए थे.
5. बिपिन रावत (Vipin Rawat)
रावत दिसम्बर 2016 में 27वें आर्मी चीफ बने. ये भी पौड़ी गढ़वाल डिस्ट्रिक्ट में पैदा हुए. इनके पिता लछु सिंह रावत भी आर्मी में लेफ्टिनेंट जनरल थे. रावत ने 1978 में आर्मी ज्वाइन की थी. जनरल दलबीर सिंह सुहाग के बाद गोरखा राइफल से लगातार दूसरे चीफ बने हैं. हेलिकॉप्टर क्रैश में भी बाल-बाल बचे थे. रावत 2008 में कांगो में यूएन के शांति ऑपरेशन के दौरान इंडियन ब्रिगेड के हेड भी रह चुके हैं. रावत को उनके दो सीनियर ऑफिसर्स लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और पी एम हरीज को पीछे छोड़ आर्मी चीफ बनाया गया था.
6. अनिल कुमार धस्माना (Anil Kumar Dhasmana)
धस्माना 1981 बैच के आइपीएस ऑफिसर हैं. इन्होने 1993 में रॉ ज्वाइन किया था. बाहरी खुफिया एजेंसियों के पाकिस्तान डेस्क के साथ बड़े पैमाने पर काम कर चुके हैं. धस्माना अजीत डोभाल के काफी करीबी माने जाते हैं. ये भी पौड़ी गढ़वाल डिस्ट्रिक्ट में पैदा हुए.
No comments:
Post a Comment