नवीनतम अद्यतन

March 1, 2017

सेजा बाला हे के बाद पांडवाज क्रिएशन की फुलारी

सेजा बाला हे के बाद फुलारी

Pandavaas Creation, Shrinagar

पांडवाज क्रिएशन द्वारा बनाये गए दो गाने जिनको सुनकर आप अपने बचपन की यादों में खो जायेंगे जिनको नरेंद्र सिंह नेगी के पुराने गानों से लिया गया है, पहला था - सेजा बाला हे ...

1. सेजा बाला हे (घुघुती बसूति)


जिसके लिरिक्स ये है।
कथा, कथगुली, आणा, पखाणा, स्येगेनी तेरा खेल खिलौणा।
दिवा बाती जून गैणा, स्येगेनी सेरा उजाला हे।
स्येजा स्येजा तू भी स्येजा बाला हे।
स्येजा स्येजा तू भी स्येजा बाला हे।
घुघुती बसूती! क्या खान्दि? दुद भाती? के उन्दा? कांसै थकुली? कु देली? ब्वे मेरी !!!
ऐजा ऐजा हे निंदरा, यूँ बाली आँखयूं मा सर।
लीजा लीजा बाला थैनी, स्वीणों की पाख्यूँ मा सर।
राजा रान्यूँ का देस मा, चम चमकीला भेस मा, तेरा सूना का गला मा, झिलमिल मोत्यूँ की माला हे।
स्येजा स्येजा तू भी स्येजा बाला हे।

2. फुलारी


जिसके लिरिक्स ये है।

चला फुलारी फूलों को
सौदा-सौदा फूल बिरौला
हे जी सार्यूं मा फूलीगे ह्वोलि फ्योंली लयड़ी
मैं घौर छोड्यावा
हे जी घर बौण बौड़ीगे ह्वोलु बालो बसंत
मैं घौर छोड्यावा
हे जी सार्यूं मा फूलीगे ह्वोलि

चला फुलारी फूलों को
सौदा-सौदा फूल बिरौला
भौंरों का जूठा फूल ना तोड्यां
म्वारर्यूं का जूठा फूल ना लायाँ

ना उनु धरम्यालु आगास
ना उनि मयालू यखै धरती
अजाण औंखा छिन पैंडा
मनखी अणमील चौतर्फी
छि भै ये निरभै परदेस मा तुम रौणा त रा
मैं घौर छोड्यावा
हे जी सार्यूं मा फूलीगे ह्वोलि

फुल फुलदेई दाल चौंल दे
घोघा देवा फ्योंल्या फूल
घोघा फूलदेई की डोली सजली
गुड़ परसाद दै दूध भत्यूल

अयूं होलू फुलार हमारा सैंत्यां आर चोलों मा
होला चैती पसरू मांगना औजी खोला खोलो मा
ढक्यां मोर द्वार देखिकी फुलारी खौल्यां होला

आईये देखें क्या है पांडवाज क्रिएशन और कौन लोग है इसके पीछे।

श्रीनगर गढ़वाल निवासी ईशान, कुणाल और सलिल डोभाल
पहाड़ के एक छोटे से कस्बे से अपनी मेहनत, टैलेंट, क्रिएटिविटी और क्वालिटी के दम पर वह सिंगापुर तक में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। एमए थिएटर कर चुके ईशान डोभाल और कुणाल डोभाल ने करीब पांच साल पहले श्रीनगर गढ़वाल में पांडवाज क्रिएशन के नाम से स्टूडियो खोला। इसके जरिये उन्होंने गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी गीत-संगीत के क्षेत्र में नई सोच के साथ काम शुरू किया।

पम्मी नवल के प्रसिद्ध जागर हुराणी कु दिन और सुन जा मेरी हां गीत के संगीत में उन्होंने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ कई तरह के नए प्रयोग किए, जिन्हें संगीत प्रेमियों ने जमकर सराहा। फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के शौकीन सबसे छोटे भाई सलिल भी उनके साथ जुड़े तो पांडवाज क्रिएशन को मानो पंख लग गए।

गीत-संगीत और सिनेमेटोग्राफी में रचनात्मक प्रयोगों से पांडवाज ने जल्द ही उत्तराखंड के सबसे बेहतर प्रोडक्शन हाउस के रूप में पहचान बना ली। इसके बाद उन्होंने गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी, नेपाली और हिंदी के कई गीत तैयार किए, जिन्हें लोगों ने खूब पसंद किया। उनकी प्रतिभा को देखते हुए सिंगापुर की प्रतिष्ठित कंपनी टैलेंट फ्लैश ने उनके साथ अनुबंध किया, जिसके जरिये वह नई प्रतिभाओं को मौका देते हैं।

रंचणा, मेरी गैल्याणी, मेरी गांजणा, फ्योलडिया, पंडौं की स्वर्गारोहिणी जात्रा, साहेबो, यनु लगौ झुमैलो, गढ़वाली कविताएं, केन लगाए बाडुली जैसे गीतों में उनकी रचनात्मकता ने लोकप्रियता का नया शिखर छुआ।

पांडवाज क्रिएशन ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत और उत्तराखंड की विलुप्त प्राय: बेडा गायकी का फ्यूजन रंचणा के रूप में तैयार किया। इस गीत को पंडित भीमसेन जोशी की शिष्या और प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका सौदामिनी वेंकटेश ने अपनी आवाज दी। इस गीत में संगीत, सिनेमेटोग्राफी, पारंपरिकता के आधुनिकतम स्वरूप में प्रयोग को दर्शकों ने खूब सराहा।

No comments:

Post a Comment