नवीनतम अद्यतन

September 15, 2021

गोविंद पशु विहार नेशनल पार्क और सैंचुरी (Govind Pashu Vihar National Park & Sanctuary, Uttarkashi)

गोविंद पशु विहार नेशनल पार्क और सैंचुरी

(Govind Pashu Vihar National Park & Sanctuary)

गोविंद राष्ट्रीय उद्यान उत्तरकाशी जिले में स्थित है, भारत के उत्तरी राज्य उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र मैं स्थित है, गोविंद राष्ट्रीय उद्यान को गोविंद पाशु विहार राष्ट्रीय उद्यान और गोविंद वन्यजीव अभयारण्य के नाम से भी जाना जाता है। अपने प्रारंभिक वर्षों में इसे वन्यजीव अभयारण्य के रूप में स्थापित किया गया था और वर्ष 1955 में इसे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में स्थापित कर दिया गया था। गोविंद राष्ट्रीय उद्यान समुद्र तल से लगभग 4,593 से 20,744 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। गोविंद पशु विहार राष्ट्रीय उद्यान का नाम गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर पड़ा। गोविंद राष्ट्रीय उद्यान कई ट्रेक का प्रवेश द्वार है। गोविंद राष्ट्रीय उद्यान उत्तरकाशी जिले के स्पिन रेंज में लगभग 958 वर्ग किमी में फैला हुआ है। गोविंद पाशु राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां और जीव हैं। यह राज्य वन विभाग द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित किया जाता है। नैटवार पार्क का प्रवेश द्वार है। लुप्तप्राय वन्यजीवों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया था।
गोविंद राष्ट्रीय उद्यान मैं विभिन्न प्रकार की वनस्पतिया पायी जाती है जैसे- पश्चिमी हिमालयी चौड़ी पत्ती वाला जंगल, आयुर्वेद की जड़ी-बूटियाँ, अल्पाइन झाड़ियाँ, देवदार, चिनार, सिल्वर फ़िर, कोनिफ़र और मेपल, अखरोट, शाहबलूत, हेज़ेल और रोडोडेंड्रोन (बुरास) जैसे पेड़ और भी कई प्रकार के औषधीय पौधे भी पाए जाते है। बात करते है वन्यजीवों की तो गोविंद राष्ट्रीय उद्यान में विभिन्न प्रकार के जीव (स्तनधारी) और पक्षी पार्क हैं जैसे- हिम तेंदुआ, कस्तूरी मृग, हिमालयी तहर, काला भालू, जंगली सूअर, लाल पांडा, गोविंद राष्ट्रीय उद्यान में पक्षी जो देखे जा सकते हैं जैसे- मोनाल तीतर (उत्तराखंड राज्य पक्षी), बुलबुल, उल्लू, कबूतर, हिमालयी स्नोकॉक, तोता, कोयल, स्तन और लुप्तप्राय प्रजातियां जैसे दाढ़ी वाले गिद्ध, गोल्डन ईगल, आदि।

गोविंद पशु विहार राष्ट्रीय उद्यान/वन्यजीव अभयारण्य वन्य जीवन, ट्रेकिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यह कई ट्रेक का प्रवेश द्वार है जैसे- हर की दून, केदारकांठा, संस्कारी, बोरासु दर्रा, आदि। हर की दून वन गेस्ट हाउस अपने स्थान के कारण बहुत प्रसिद्ध है, हर की दून के रास्ते में ओसला, तालुका, नैटवार का विश्राम गृह है जिसमें जंगली फूलों की घाटी प्रसिद्ध है। 


यदि आप गोविंद राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा करना चाहते है तो इसका सबसे अच्छा समय अप्रैल, मई, जून, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर के महीने में होता है हालाँकि पार्क जाने से पहले बरसात और हिमपथ की जानकारी के बाद ही उद्यान मैं जाना चाहिए क्योंकि पहाड़ों मैं अधिक वर्षा और हिमपात होती रहती है।  


कैसे पहुंचे (How to Reach Govind National Park)- 
हवाई मार्ग से (By Air) - यहाँ पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है जॉली ग्रांट एयरपोर्ट जो की लगभग २०० किमी दुरी पर है। 
रेल मार्ग से (By Train)- रेलमार्ग के लिए यहाँ पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है देहरादून और ऋषिकेश है। 
सड़क मार्ग से (By Road) - पार्क पहुंचने ले लिए आपको ऋषिकेश / देहरादून से बस या टेक्सी से धारकाधी पंहुचा जा सकताहै जो की पार्क से लगभग १७ किमी दूर है।  




No comments:

Post a Comment