नवीनतम अद्यतन

September 12, 2021

डाटकाली मंदिर (Datkali Temple, Dehradun)

 डाटकाली मंदिर 

(Datkali Temple, Dehradun)

डाटकाली मंदिर (Datkali Temple) हिन्दुओ का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो कि सहारनपुर देहरादून हाईवे रोड पर स्थित है | डाट काली मंदिर देहरादून के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है तथा देहरादून से 14 किमी की दूरी पर स्थित है | यह मंदिर माँ काली को समर्पित है इसलिए मंदिर को काली का मंदिर भी कहा जाता है एवम् काली माता को भगवान शिव की पत्नी “देवी सती” का अंश माना जाता है | माँ डाट काली मंदिर को “मनोकामना सिद्धपीठ” व “काली मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है मां डाट काली मंदिर का निर्माण 13 जून 1804 ई. में किया गया था जब देहरादून-सहानपुर राजमार्ग का निर्माण कार्य किया जा रहा था, ऐसा माना जाता है कि मां काली अभियंता के सपने में आयी थी, जिन्होने मंदिर की स्थापना के लिए महंत सुखबीर गुसैन को देवी काली की प्रतिमा दी थी। जो आज भी घाटी के मंदिर में स्थापित है। इसे डाट काली मंदिर कहा जाता है।
Datkali Temple, Dehradun

मंदिर के निर्माण के पीछे भी एक अनोखी कहानी है। बताते हैं कि अंग्रेज जब दून घाटी में आ रहे थे तो यहां प्रवेश करने के लिए उन्हें सुरंग बनाने की जरूरत पड़ी। अंग्रेजों ने यहां सुरंग बनाना शुरू कर दिया, इसी दौरान खुदाई करते वक्त मजदूरों को यहां से मां काली की मूर्ति मिली। मूर्ति निकलने के बाद जब अंग्रेज सुरंग निर्माण का काम करा रहे थे तो ये काम आगे नहीं बढ़ पाया। दरअसल मजदूर पूरा दिन खुदाई करने के बाद जब सो जाया करते थे तो सुबह उन्हें वो काम फिर से अधूरा मिलता था। कुल मिलाकर काम में लगातार अड़चनें आ रही थीं। मान्यता है कि एक रात मां काली ने एक अंग्रेज इंजीनियर को सपने में दर्शन दिए और उससे मंदिर बनाने को कहा। इसके बाद सुरंग के पास ही मंदिर बनाया गया और वहां मां काली की मूर्ति स्थापना की। तब कहीं जाकर सुरंग बन पाई। गढ़वाली भाषा मे सुरंग को डाट कहते हैं, यही वजह है कि इस मंदिर का नाम डाट काली पड़ा। आज भी नया काम शुरू करते वक्त या नया वाहन खरीदने के बाद श्रद्धालु मां डाट काली के दर्शन करने जरूर आते हैं। नवरात्रि के मौके पर यहां विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मां डाटकाली के मंदिर को भगवान शिव की अर्धांगिनी माता सती का अंश माना गया है। ये मंदिर जितना चमत्कारी है, इस मंदिर से जुड़ी मान्यताएं भी उतनी ही अनोखी हैं। मंदिर का निर्माण 13 जून 1804 में हुआ था, यानि ये मंदिर दो सौ साल से भी ज्यादा पुराना है।




कैसे पहुंचे (How to Reach Daatkali Temple) 

हवाई मार्ग द्वारा - सबसे निकटतम एयरपोर्ट यहाँ से 41 किमी की दुरी पर है जो की जॉलीग्रांट हवाई अड्डा है। 
रेल मार्ग द्वारा - देहरादून रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक मैं 13 किमी दूर है,
सड़क मार्ग द्वारा - डाट काली मंदिर देहरादून-सहारनपुर मार्ग पर आईएसबीटी देहरादून से ८ किमी दूर है, जहाँ आसानी से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है। 



1 comment:

  1. आपने बहुत ही अच्छी जानकारी यहां पर दी है, मैं डाटकाली मंदिर जरूर जाना चाहूंगी, https://jankariuttarakhand.com/daat-kali-mandir-dehradun/

    ReplyDelete