एक प्रतियोगिता ऐसी भी - घसेरी प्रतियोगिता
एक प्रतियोगिता ऐसी भी है जिसमे आपको अपना जोहार दिखाना है वो भी घास काटने मैं यदि आज विजेता होते है तो आपको 1 लाख का इनाम भी दिया जाएगा, चेतना आंदोलन ने शुरू की यह अनूठी प्रतियोगिता।
चेतना आन्दोलन विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी घसियारियों की एक प्रतियोगिता यानी बेस्ट इकोलाॅजी अवार्ड 2016 का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विजेता घसियारियों को प्रथम एक लाख, द्वितीय इक्यावन हजार और तृतीय इक्कीस हजार रुपये के साथ चांदी के मुकुट प्रदान किया जाता है। प्रतियोगिता का फाईनल इस वर्ष 22 दिसंबर को उत्तराखण्ड के गांधी स्वर्गीय इन्द्रमणी बडोनी जी के गांव अखोड़ी में सम्पन हुआ।
भिलंगना ब्लॉक में चेतना आंदोलन की ओर से द्वितीय घसियारी प्रतियोगिता बृहस्पतिवार को अखोड़ी गांव में संपन्न हुई। प्रतियोगिता के फाइनल में विभिन्न गांवों से आई 26 से अधिक महिलाएं शामिल हुई। बेहतर घसियारी का प्रथम पुरस्कार ग्राम चिलिया गांव की विमला देवी के नाम रहा, जबकि धनसाणी ज्ञानसू देवी को द्वितीय और अखोड़ी गांव की इंद्रा देवी को तृतीय पुरस्कार दिया गया। चेतना आंदोलन की ओर से भिलंगना ब्लॉक के 112 ग्राम पंचायतों में एक माह तक अलग-अलग चरणों में घसियारी प्रतियोगिता आयोजित की गई। अपने-अपने क्षेत्रों से चुनकर आई दो दर्जन से अधिक महिलाओं के बीच ग्राम पंचायत अखोड़ी के जंगल में घास काटने और साक्षात्कार के साथ फाइनल प्रतियोगिता हुई।
विजेताओं को चेतना आंदोलन की ओर से प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली महिला को 16 तोले का चांदी का मुकुट और एक लाख रुपये, द्वितीय को 13 तोले चांदी का मुकुट और 51 हजार रुपये व तृतीय को 10 तोला चांदी का मुकुट और 21 हजार रुपये का चेक दिया गया। बली सिंह चीमा, रमेश पंत, कल्याण सिंह रावत निर्णायक रहे। प्रथम बीस विजेता महिलाओं सांत्वना पुरस्कार दिया गया
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